Thursday, April 2, 2015

ग्रस्तोदित खण्ड चन्द्रग्रहण- 4 अप्रैल 2015


ग्रस्तोदित खण्ड चन्द्रग्रहण- 4 अप्रैल 2015

(हस्त नक्षत्र यानि कन्या राशि पर)

स्पर्श- अपराह्न 3.45,  मध्य- सायम् 5.30,  मोक्ष- सायम् 7.15

सूतक- ग्रस्तोदित होने के कारण सूर्योदय से मोक्ष तक

राशिफल-

मेष- कार्यसिद्धि में थोड़ा विलम्ब होगा। शत्रुओं की चिन्ता कम होगी। रोगमुक्ति के प्रबल आसार हैं। शिवमहिम्न स्तोत्र का पाठ करें।

वृष- व्यय की अधिकता परेशान करेगी। भागदौड़ बनी रहेगी। संतान की चिन्ता उभरेगी। श्री दुर्गाकवच का पाठ करें.

मिथुन- घरेलू चिन्ताएँ उभरेंगी। यात्रा में हानि की आशंका है। परिजनों का सम्मान मिलेगा। बुं बुधाय नमः का जप करें।

कर्क- कार्यों में संतोषजनक प्रगति। मन उत्साहित रहेगा। पुरुषार्थ में वृद्धि होगी। नवार्णमंत्र का जप करें।

सिंह- निवेश में धोखे की आशंका। व्यावसायिक यात्रा को टालना उचित होगा। रोग पर खर्चे बढ़ने की आशंका। नमः शिवाय का जप करें।

कन्या- शारीरिक कष्ट की आशंका। चोट-चपेट से बचें। अमावस्या तक कर्ज न ही दें और न लें। श्रीगजेन्द्रमोक्ष का पाठ करें।

तुला- व्यर्थ की योजनाओं में धन खर्च होगा। राजकीय कामों में बाधा आएगी। दाम्पत्य सुखमय रहेगा। श्रीविष्णुसहस्रनाम का पाठ करें।

वृश्चिक- आय में वृद्धि के योग हैं। पद-प्रतिष्ठा में बढ़ोत्तरी होगी। गृहसुख में कमी आएगी। गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करें।

धनु- जीवनसाथी से तनाव के आसार। व्यावसायिक भागीदारों से विरोध की आशंका। कार्यस्थल पर संघर्षपूर्ण वातावरण होगा। ऊँ ऐं क्लीं सोमाय नमः का जप करें।

मकर- परिजनों के बीच सम्मान में कमी की आशंका। अधिकारियों के रुष्ट होने के आसार। संतान के सेहत की चिन्ता रह सकती है। अमावस्या तक श्री बजरंगबाण का पाठ करें।

कुम्भ- शत्रुओं की चिन्ता बनेगी। मन आशंका ग्रस्त रहेगा। सड़क पर हड़बड़ी ठीक नहीं होगी। सुन्दरकाण्ड का पाठ करें।

मीन- जीवनसाथी के सेहत की चिन्ता बनेगी। घर में व्यर्थ का मनमुटाव बढ़ेगा। अधीनस्थों का सहयोग बढ़ेगा। ऊँ ऐं श्रीं श्रीं बुधाय नमः का जप करें।

 

 

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