ग्रस्तोदित खण्ड चन्द्रग्रहण-
4 अप्रैल 2015
(हस्त नक्षत्र यानि कन्या
राशि पर)
स्पर्श- अपराह्न
3.45, मध्य- सायम् 5.30, मोक्ष- सायम् 7.15
सूतक- ग्रस्तोदित होने के
कारण सूर्योदय से मोक्ष तक
राशिफल-
मेष- कार्यसिद्धि में थोड़ा विलम्ब होगा। शत्रुओं की चिन्ता कम
होगी। रोगमुक्ति के प्रबल आसार हैं। शिवमहिम्न स्तोत्र का पाठ करें।
वृष- व्यय की अधिकता परेशान करेगी। भागदौड़ बनी रहेगी। संतान
की चिन्ता उभरेगी। श्री दुर्गाकवच का पाठ करें.
मिथुन- घरेलू चिन्ताएँ उभरेंगी। यात्रा में हानि की आशंका है।
परिजनों का सम्मान मिलेगा। बुं बुधाय नमः का जप करें।
कर्क- कार्यों में संतोषजनक प्रगति। मन उत्साहित रहेगा।
पुरुषार्थ में वृद्धि होगी। नवार्णमंत्र का जप करें।
सिंह- निवेश में धोखे की आशंका। व्यावसायिक यात्रा को टालना
उचित होगा। रोग पर खर्चे बढ़ने की आशंका। नमः शिवाय का जप करें।
कन्या- शारीरिक कष्ट की आशंका। चोट-चपेट से बचें। अमावस्या तक
कर्ज न ही दें और न लें। श्रीगजेन्द्रमोक्ष का पाठ करें।
तुला- व्यर्थ की योजनाओं में धन खर्च होगा। राजकीय कामों में
बाधा आएगी। दाम्पत्य सुखमय रहेगा। श्रीविष्णुसहस्रनाम का पाठ करें।
वृश्चिक- आय में वृद्धि के योग हैं। पद-प्रतिष्ठा में बढ़ोत्तरी
होगी। गृहसुख में कमी आएगी। गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ करें।
धनु- जीवनसाथी से तनाव के आसार। व्यावसायिक भागीदारों से विरोध
की आशंका। कार्यस्थल पर संघर्षपूर्ण वातावरण होगा। ऊँ ऐं क्लीं सोमाय नमः का जप
करें।
मकर- परिजनों के बीच सम्मान में कमी की आशंका। अधिकारियों के
रुष्ट होने के आसार। संतान के सेहत की चिन्ता रह सकती है। अमावस्या तक श्री
बजरंगबाण का पाठ करें।
कुम्भ- शत्रुओं की चिन्ता बनेगी। मन आशंका ग्रस्त रहेगा। सड़क पर
हड़बड़ी ठीक नहीं होगी। सुन्दरकाण्ड का पाठ करें।
मीन- जीवनसाथी के सेहत की चिन्ता बनेगी। घर में व्यर्थ का
मनमुटाव बढ़ेगा। अधीनस्थों का सहयोग बढ़ेगा। ऊँ ऐं श्रीं श्रीं बुधाय नमः का जप
करें।
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